मैंने पहचान लिया है खुद को ....
तुम्हारे पक्ष में
मैंने नही की बात
यही गुनाह किया है
दरअसल मैंने कुछ देर से
पहचाना तुम्हारा चेहरा
नकाब उतारने में
कुछ वक्त लगा है मुझे
इसलिए नही दोहराया
मैंने अपनी गलती को
तुम्हे अफ़सोस है मेरी बेवफाई पर
पर मुझे संतोष है
तुम्हारे साथ -साथ
मैंने पहचान लिया है खुद को ....
मैंने नही की बात
यही गुनाह किया है
दरअसल मैंने कुछ देर से
पहचाना तुम्हारा चेहरा
नकाब उतारने में
कुछ वक्त लगा है मुझे
इसलिए नही दोहराया
मैंने अपनी गलती को
तुम्हे अफ़सोस है मेरी बेवफाई पर
पर मुझे संतोष है
तुम्हारे साथ -साथ
मैंने पहचान लिया है खुद को ....
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